बारशि की फुहारों ने किसानों में भरा हौसला, धान के रकबे में 34 फीसद इजाफा

खरीफ की मुख्य फसल धान के रकबे में 34 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि मोटे अनाज के तहत बाजरा और मक्का सहित, दूसरी फसलों का रकहा लगभग 100 फीसदी बढ़ गया है. सिर्फ एक हफ्ते में, खेती का रकबा करीब 1.31 करोड़ हेक्टेयर से बढ़कर 3.1.6 करोड़ हेक्टेयर हो गया है.
नई दिल्ली : नश्चिति समय पर मानसून की दस्तक से उत्साहित किसान खरीफ की फसलों में दिल खोलकर उत्पादन करना चाहते हैं. खरीफ सीजन में अब तक की बुआई इसका संकेत है. बुआई में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी तिलहन फसलों में हुई है. तिलहन फसलों का रकबा पिछले साल से छह गुना से ज्यादा बढ़ गया है. दालों का रकबा तीन गुना तक बढ़ गया है. मध्य भारत में इन फसलों की बुआई सबसे ज्यादा होती है. इस साल इन इलाकों में भारी बारिश से तिलहन फसलों की बुआई बढ़ी है
खरीफ की मुख्य फसल धान का रकबे में 34 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि मोटे अनाज के तहत बाजरा और मक्का सहित, दूसरी फसलों का रकहा लगभग 100 फीसदी बढ़ गया है. सिर्फ एक हफ्ते में, खेती का रकबा करीब 1.31 करोड़ हेक्टेयर से बढ़कर 3.1.6 करोड़ हेक्टेयर हो गया है.
कृषि आयुक्त एसके मल्होत्रा ने कहा, “मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है और समय से पहले अधिकांश राज्यों में पहुंच गया है. हम खरीफ फसलों की बुआई बढ़ाने के लिए किसानों की मदद करने के लिए पर्याप्त बीज और उर्वरक मुहैया करा रहे हैं. हमें उम्मीद है कि इस साल बंपर पैदावार होगी. कृषि क्षेत्र में कोविद -19 महामारी का प्रभाव दिखाई नहीं दिखेगा.” सरकार ने चालू खरीफ सीजन में 14.99 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है. इसी तरह से रबी सीजन में 14.84 करोड़ टन कुल खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य है.